उत्तर प्रदेश में टायक्वोंडो ख़िलाड़ी और प्रशिक्षक का लगातार शोषण
पिछले तीन वर्षों से जारी है मासूम खिलाड़ियो का शोषण । बात की शुरुवात तब से हो चुकी थी जब से भारतीय टायक्वोंडो महासंघ में विवाद हुआ था । उत्तर प्रदेश में भी दो ग्रुप बन गये इन सारी बातो का उल्लेख अपने आर्टिकल /ब्लॉग में कर चुका हूं । पर चुभने वाली बात यह है कि भारतीय महासंघ में अब कोई विवाद नहीं फिर भी यह खेल क्यों खेल कर खिलाड़ियो का शोषण किया जा रहा है । वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में दो -दो तैक्वॉण्दो संघ है जो की एक ही महासंघ का हिस्सा होने का दावा कर रही है और इनके वजह से सिर्फ खिलाड़ियो का नुकसान है , उनकी पूरी मेहक़्न्त व्यर्थ हो रही । नेपाल जैसे बहुत छोटे से देश से खिलाडी ओलिम्पिक में प्रतिभाग कर रहे है और उत्तर प्रदेश और हिंदुस्तान से कोई भी टायक्वोंडो के लिए कोई भी ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई तक नहीं कर पा रहा , पर किसी को शर्म नहीं ।