क्या महत्वपूर्ण है शराब या समाज
शराब की कितनी बड़ी एहमियत है शाशन, व्ययवस्था और समाज मे????? जब मंदिर और मस्जिद आम जनता के लिए बंद किये गए है तब शराब के दुकानों पर उन्हें स्पेशल आमंत्रण दिया गया है आखिर क्यों?? जिस रेवेन्यू के लालच मे सरकार यह कर रही है कोरोना के महामारी बढ़ने पर यह रेवेन्यू उनके कितने काम का होगा क्या यह मुलभुत सवाल उन्होंने अपने अपने आप से नहीं पूछना चाहिए, क्या इतनी कॉमन सेन्स उनमे नहीं होनी चाहिए??? वर्षो पहले संसद मे स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी ने कहा था की की तुच्छ राजनीति करके अगर उनके हाथ सत्ता आती है तो ऐसे सत्ता को वो चिमटे से भी नहीं छूना पसंद करेंगे | आज राजनेता हाथो मे सेनिटाइज़र लगा के सब कुछ करने को तैयार है बस उनका फायदा होना चाहिए, सस्ती लोकप्रियता मिलनी चाहिए | अपने आप को बहुत पढ़ा लिखा दुसरो के डिग्री वेरिफाई करने वाले केजरीवाल साहब के लीडरशिप पर कितनी तारीफ की जाय वो समझ के बाहर है | शराब की दुकान खोल उन्होंने किस दूरदृस्टि / विजन का परिचय ...